NEW POSTS

Tech

Brand Update

Desi Brand

ये क्रांति नहीं अब रुकनी है

जैसा मन भावन रूप तेरा ,
वैसी मन भावन बात तेरी ।
अन्ना तुझको नाम दिया ,
गाँधी का तुझे काम दिया ।

लो आज सजा फिर मंच तेरा ,
जनता बिछाती पलक पांवड़े ।
स्वागत है हे जनता जनार्दन ,
कर दो तुम सत्ता का मर्दन ।

अफसोस, नहीं हम पास तेरे ,
फिर भी हर पल हैं साथ तेरे ।
ये क्रांति नहीं अब रुकनी है ,
यहाँ विश्व की निगाहें टिकनी है ।

यह सम्राट अशोक की धरती है ,
सत्य,अहिंसा की यह जननी है ।
यहाँ गाँधी ने उपवास किया ,
और बुद्ध ने यहाँ वास किया ।

नमन तुझे है आज के गाँधी ,
आभार तेरे पथ प्रदर्शन को ।
मेरी आँखे तरस रही हैं कबसे ,
तेरा दर्शन प्रत्यक्ष करने को ।

कटिबद्ध है तेरे संग हम सब ,
जन लोकपाल को लाने को ।
बिना रक्तमय क्रांति किये ,
भारत से भ्रष्टाचार मिटाने को ।
By:Vivek Mishra




1 comment :

 
Copyright © 2013 Bizdom